लालकिल्लामा अघि भर्खर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीले सम्वोधन गरे |
नेपाल कसैको पराधिन हुनु परेन र त नेपालमा स्वतन्त्रता दिबस कहिल्यै मनाईदैन, जो विश्वका केही मुलुकलाई मात्र यो सौभाग्य प्राप्त छ, त्यो मध्ये एक नेपाल हो भनेर विश्वसामु चिनिन पाउँदा गौरबको बिषय हुन्छ । तर, हाम्रो दक्षिणी मुलकु भारतमा भने आज आफनो ६८ औं स्वतन्त्रा दिबस मनाईदैछ । प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीले नयाँ दिल्लीस्थित लालकिल्लावाट अघि सम्वोधन गर्दै नयाँ नारा देशवासीलाई दिएका छन, ‘कम मेक इन इन्डिया’ । तत्कालिन कम्पनी सरकार (ब्रिटिस साम्राज्य) को नियन्त्रणमा रहेको भारत १९४७ अगस्ट १५ मा स्वतन्त्र भएको थियो । सोही दिनको सम्झना गर्दै भारतमा स्वतन्त्रा दिबस मनाइन्छ । सोही दिन भारत र पाकिस्तान छुट्टिएका थिए तर सँगै स्वतन्त्र भए पनि पाकिस्तानले भने चाँही हिजो नै अर्थात अगस्ट १४ मा स्वतन्त्रा दिबस मनाइसकेको छ । आज तपाईहरुका लागि म ब्लगमा केही यस्ता बिषयहरु उल्लेख गरि रहेको छु कि जसका बारेमा तपाई हामीलाई जानकारी नै नहुन सक्छ । भारतको स्वतन्त्रा र स्वतन्त्रता संग्रामका बारेमा प्राप्त केही रोतक तथ्यहरु राखेको छु र पढिसके पछि भन्न सक्नु हुन्छ कि, ए यस्तो पनि भएको थियो ?
भारत के स्वाधीनता आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था. लेकिन जब देश को 15 अगस्त, 1947 को आज़ादी मिली तो वे इसके जश्न में शामिल नहीं हुए.1. महात्मा गांधी आज़ादी के दिन दिल्ली से हज़ारों किलोमीटर दूर बंगाल नोआखली में थे, जहां वे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर थे.
2. जब तय हो गया कि भारत 15 अगस्त को आज़ाद होगा तो क्लिक करें जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी को ख़त भेजा. इस ख़त में लिखा था, "15 अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा. आप राष्ट्रपिता हैं. इसमें शामिल हो अपना आशीर्वाद दें."
3. गांधी ने इस ख़त का जवाब भिजवाया, "जब कलकत्ते में हिंदु-मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं, ऐसे में मैं जश्न मनाने के लिए कैसे आ सकता हूं. मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा."
4. जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण क्लिक करें 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया था. तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे. इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन नौ बजे सोने चले गए थे.
5. 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने दफ़्तर में काम किया. दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डेन में एक सभा को संबोधित किया.
6. हर स्वतंत्रता दिवस पर क्लिक करें भारतीय प्रधानमंत्री लालकिले से झंडा फहराते हैं. लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लालकिले से झंडा फहराया था.
7. भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के मुताबिक मित्र देश की सेना के सामने जापान के समर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इसी दिन भारत को आज़ाद करने का फ़ैसला हुआ.
माहात्मा गान्धी र जबहारलाल नेहरु |
9. भारत 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था. रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया.
10. 15 अगस्त भारत के अलावा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस है. दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आज़ाद हुआ. ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आज़ाद हुआ.
यी तथ्य बिबिसी हिन्दीवाट साभार गरिएका हुन, यहाँ क्लिक गरेर पनि पढन् सक्नु हुन्छ । यसैगरी पाकिस्तान र भारतले किन एकदिन अघि र पछि गरी स्वतन्त्रा दिबस मनाउँछन ? त्यसवारेमा जान्न मन लागे यहाँ क्लिक गर्नुहोस |
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