नेपालमा वाह वाह पाएका नरेन्द्र मोदीलाई भारतको मिडियाले भने प्रोटोकल नाघेर हिडेको भन्दै आलोचना गरेका छन । ब्यवस्थापिका संसदमा दिएको भाषण, बानेश्वर, चाबहिल र कालिमाटीमा उत्रेर सर्वसाधारणसँग हात मिलाए पछि मोदी नेपाल भित्र भने वाह वाह कमाउन सफल भएका थिए । त्यसलाई केही भारतीय मिडियाले राम्रै कभरेज गरे पनि, नेपाली मिडियाले जस्तै । तर, केही मिडियाले भने मोदीले आफनो हैसियत अनुसार काम नगरेको भन्दै ब्यापक आलोचना गरेका छन ।
पुर्व निर्धारित कार्यक्रम बिपरित मोदीले सडक–सडकमा हिडेको भन्दै भारतीय मिडियाले ब्यापाक आलोचना गरेका छन । त्यसमध्ये नवभारत टाइम्सको अनलाइनले लेखेको छ, मोदीले त्यसरी सडकमा हिडनु हुदैनथ्यो, जसका कारण उनले प्रोटोकल नाघने काम गरेर तमसा देखाए । जो भारतीय कुटनीतिक मर्यादा र संस्कार बिपरितको कार्य भएको थियो । प्रधानमन्त्रीमा निर्वाचित भए लगत्तै पहिलो बिदेश भ्रमण गर्ने क्रममा भुटानमा पनि प्रोटोकल नाघने काम गरेको र आफनो सवारीवाट ओर्लेर सडकका दायाँबायाँ रहेका सर्वसाधारणलाई भेटेका मोदीले नेपालमा पनि आइतवार सोही ब्यावहार देखाएको भन्दै भारतीय मिडियाले आलोचना गरेको । नवभारत टाइम्सले आफनो अनलाईनमा मोदीको सो ब्याबहार बारे महत्वका साथ यस्तो लेखेको छ, जुन तपाई पनि पढन सक्नु हुन्छ ।
पुर्व निर्धारित कार्यक्रम बिपरित मोदीले सडक–सडकमा हिडेको भन्दै भारतीय मिडियाले ब्यापाक आलोचना गरेका छन । त्यसमध्ये नवभारत टाइम्सको अनलाइनले लेखेको छ, मोदीले त्यसरी सडकमा हिडनु हुदैनथ्यो, जसका कारण उनले प्रोटोकल नाघने काम गरेर तमसा देखाए । जो भारतीय कुटनीतिक मर्यादा र संस्कार बिपरितको कार्य भएको थियो । प्रधानमन्त्रीमा निर्वाचित भए लगत्तै पहिलो बिदेश भ्रमण गर्ने क्रममा भुटानमा पनि प्रोटोकल नाघने काम गरेको र आफनो सवारीवाट ओर्लेर सडकका दायाँबायाँ रहेका सर्वसाधारणलाई भेटेका मोदीले नेपालमा पनि आइतवार सोही ब्यावहार देखाएको भन्दै भारतीय मिडियाले आलोचना गरेको । नवभारत टाइम्सले आफनो अनलाईनमा मोदीको सो ब्याबहार बारे महत्वका साथ यस्तो लेखेको छ, जुन तपाई पनि पढन सक्नु हुन्छ ।
मोदी ने तोड़ा अपना प्रोटोकॉल, बिना तय कार्यक्रम के लोगों से की बात
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में अपना ही प्रोटोकॉल तोड़ दिया। मोदी नेपाल की राजधानी काठमांडू के एक व्यस्त बाजार में बगैर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के रुके और वहां लोगों से बातचीत की। ऐसा उन्होंने भूटान में अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान भी किया था।
मोदी पिछले 17 साल में नेपाल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अपने नेपाली समकक्ष सुशील कोइराला से द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद संविधान सभा जा रहे थे। रास्ते में मोदी ने अपना काफिला रुकवाया और संविधान सभा को संबोधित करने से पहले लोगों से बात की।
मोदी ने भीड़ की तरफ हाथ हिलाकर अभिवादन किया और कुछ लोगों से हाथ भी मिलाया। मोदी के इस कदम से उनके सुरक्षाकर्मी भी हैरान रह गये। मोदी अपनी बुलेटप्रूफ कार से उतरे और सडक के दोनों तरफ खडे लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
सुरक्षाकर्मियों को लोगों को संभालने में मुश्किलों का सामना करना पडा जो मोदी से मिलने के लिए उतावले थे। जब मोदी काठमांडो के भीड़भाड़ वाले बाजार में स्थानीय लोगों से बातचीत करने के लिए रके तो 'हर हर मोदी' के नारे भी लगने लगे।
भूटान यात्रा के दौरान भी मोदी स्वदेश रवानगी के लिए विमान में सवार होने थिम्पू से पारो जाते समय ऐसे ही बीच रास्ते में रुके थे और भूटानी लोगों से बात की थी।
मोदी पिछले 17 साल में नेपाल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अपने नेपाली समकक्ष सुशील कोइराला से द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद संविधान सभा जा रहे थे। रास्ते में मोदी ने अपना काफिला रुकवाया और संविधान सभा को संबोधित करने से पहले लोगों से बात की।
मोदी ने भीड़ की तरफ हाथ हिलाकर अभिवादन किया और कुछ लोगों से हाथ भी मिलाया। मोदी के इस कदम से उनके सुरक्षाकर्मी भी हैरान रह गये। मोदी अपनी बुलेटप्रूफ कार से उतरे और सडक के दोनों तरफ खडे लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
सुरक्षाकर्मियों को लोगों को संभालने में मुश्किलों का सामना करना पडा जो मोदी से मिलने के लिए उतावले थे। जब मोदी काठमांडो के भीड़भाड़ वाले बाजार में स्थानीय लोगों से बातचीत करने के लिए रके तो 'हर हर मोदी' के नारे भी लगने लगे।
भूटान यात्रा के दौरान भी मोदी स्वदेश रवानगी के लिए विमान में सवार होने थिम्पू से पारो जाते समय ऐसे ही बीच रास्ते में रुके थे और भूटानी लोगों से बात की थी।
No comments:
Post a Comment