चोरी गरेको आरोप लगाउने गीता अदालत परिसरमा ल्याएको गाईसँगै |
यो संसारमा अनौठा अनौठा काम हुन्छन, जसका कारण यो संसार अपत्यारिलो र अनौठो
घटना परिघटनाले भरिपुर्ण छ । यसैबिच एउटा यस्तो घटना भारतमा घटयो, जसले
करिब एक बर्ष अनौठो तरंग पैदा ग¥यो । भारतको केरलास्थित कोल्लम जिल्लामा
एउटा गाईको बिषयलाई लिएर बिबाद बढयो । सो जिल्लाकी गीता नाम गरेकी महिलाले
(तस्बिरमा देखिएकी) आफनो गाईलाई छिमेकी महिला शशीलेखाले चोरी गरेर
नियन्त्रणमा लिएको भन्दै गाउँ पञ्चायतमा उजुरी गरिन तर उनले त्यहाँ न्याय
पाइनन । र, उनी सो गाई आफनो भएको भन्दै अदालतमा गइन । अदालतमा पुरयाइको सो
गाईको असली मालिक्नी गीता हो कि शशीलेखा हुन भन्ने बारेमा कुनै निष्कर्ष
निकाल्न सकेन र त्यसमा दुवैले दाबी गरे । कार्तिका नामको सो गाई अदालतले
छानबिन गर्न नसके पछि अन्तिम निर्णय गर्नका लागि न्यायधिसले डिएनए
परिक्षणको आदेश दिए ।
सोही परिक्षणको रिर्पोट अनुसार फैसाला सुनाउने निर्णय गरे पछि सो गाईको डिएनए परिक्षणका लागि तिरुअन्तपुरम भन्ने ठाउँमा नमुना पनि पठाईयो, जो गाईको रगत र डिएनए जाँचका लागि विश्व प्रसिद्ध छ । तिरुअन्तपुरमले गाईको डिएनए परिक्षण गरी रिर्पोट पठाएको छ, जसअनुसार गीताले दाबी गरे जस्तो भने देखिएन । परिणाम, जसलाई चोर दोष लगाएको छ, त्यो गाई अव उसैको हुनेछ । यद्धपी, त्यसको औपचारिक फैसला भने भइसकेको छैन । बिबिसीले नै त्यसको बारेमा समाचार बनाए पछि त्यो गाईसहित दुवै महिलाल बिश्वमा नै चर्चा पाए किनकी भारतमा यो घटना पहिलो पटक घटेको थियो ।
गाईको डिएनए परिक्षण गरिएको सो समाचार बिबिसी हिन्दीले यसरी लेखेको थियो, जसलाई यहाँ जस्ताको तस्तै प्रस्तुत गरिएको छ । बिबिसी हिन्दीले आफनो बेभसाइटमा लेखेको छ-
गाय किसकी, डीएनए टेस्ट से फ़ैसला
केरल में एक महिला डीएनए जांच के आधार पर एक गाय के मालिकाने हक़ को लेकर जारी मुक़दमा जीतने वाली हैं. महिला के वकील के मुताबिक़ शशिलेखा पर उनकी पड़ोसी गीता ने गाय चुराने का आरोप लगाया था.
गाय को अदालत में पेश भी होना पड़ा. अदालत ने गाय को अपने पास रखने के लिए शशिकला से 45 हज़ार रुपए की ज़मानत ली.
मानहानि का मामला
इन दो महिलाओं के बीच गाय को लेकर क़ानूनी लड़ाई पिछले साल शुरू हुई. गीता ने दावा किया कि उनकी 15 गायों में से एक कार्तिका ही उस गाय की माँ है, जो शशिलेखा के पास है.
विवाद सुलझता न देख अदालत ने गाय का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया. जब रिपोर्ट आई तो दोनों का डीएनए नहीं मिला. इसका मतलब है कि गाय शशिलेखा के पास ही रहेगी.
शशिलेखा के वकील एन चंद्रा बाबू ने कहा कि गाय के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट इसी महीने के शुरू में आई है. अब अदालत अपना अंतिम फ़ैसला सुनाते हुए शशिलेखा को अपनी गाय अपने पास ही रखने का आदेश देगी.
उन्होंने कहा कि वो मुआवज़ा और अपने मुवक्किल को हुई मानसिक परेशानी के लिए मानहानी का मामला दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं. डीएनए जांच के ज़रिए किसी पशु का मालिकाना हक़ तय करने का भारत में शायद यह पहला मामला है.
गाय को अदालत में पेश भी होना पड़ा. अदालत ने गाय को अपने पास रखने के लिए शशिकला से 45 हज़ार रुपए की ज़मानत ली.
मानहानि का मामला
इन दो महिलाओं के बीच गाय को लेकर क़ानूनी लड़ाई पिछले साल शुरू हुई. गीता ने दावा किया कि उनकी 15 गायों में से एक कार्तिका ही उस गाय की माँ है, जो शशिलेखा के पास है.
विवाद सुलझता न देख अदालत ने गाय का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया. जब रिपोर्ट आई तो दोनों का डीएनए नहीं मिला. इसका मतलब है कि गाय शशिलेखा के पास ही रहेगी.
शशिलेखा के वकील एन चंद्रा बाबू ने कहा कि गाय के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट इसी महीने के शुरू में आई है. अब अदालत अपना अंतिम फ़ैसला सुनाते हुए शशिलेखा को अपनी गाय अपने पास ही रखने का आदेश देगी.
उन्होंने कहा कि वो मुआवज़ा और अपने मुवक्किल को हुई मानसिक परेशानी के लिए मानहानी का मामला दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं. डीएनए जांच के ज़रिए किसी पशु का मालिकाना हक़ तय करने का भारत में शायद यह पहला मामला है.
त्रिवेदमवाट बिबिसी संबाददाता शाम मोहम्मदले ८ महिना अघि सो गाईको बारेमा पहिलो पटक यस्तो समचार लेखेका थिए -जुन समाचार आए पछि विश्वभर एक किसिमले तहल्का नै मच्चाउन पुगेको थियो । उनले लेखेका बेभसाइटमा पनि सो समाचार लेखेका थिए कि खास मुद्धा के हो भनेर ?
अदालत ने दिया गाय के डीएनए टेस्ट का आदेश
शायद दुनिया में अपनी तरह के पहले मामले में केरल की एक अदालत ने एक गाय का डीएनए टेस्ट करने का आदेश दिया है. केरल के कोल्लम ज़िले की एक अदालत में एक महिला ने दावा किया था कि उसकी गाय को पड़ोसन ने ग़ैरकानूनी ढ़ंग से कब्ज़े में रखा है. इसके बाद अदालत ने गाय का मालिकाना हक़ पता लगाने के लिए यह अनोखा आदेश दिया.
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है कि गाय के ख़ून के नमूनों को राजधानी तिरुअनंतपुरम के एक शोध संस्थान राजीव गांधी सेंटर फ़ॉर बायोटेक्नोलॉजी में भेज दिया गया है और नतीजों की प्रतीक्षा की जा रही है.
मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर जी राजू ने कहा, "इस मामले की जांच चल रही है और हम डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं."
पुलिस जिसे 'विरला मामला' बता रही वह तब शुरू हुआ था जब गीता नाम की महिला ने अदालत में एक याचिका दायर कर अपनी पड़ोसन शशिलेखा पर गाय चोरी का आरोप लगाया था.
विश्वास
"अपने जीवन में मैंने कभी भी जानवरों के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि भगवान कभी भी मेरे साथ किसी किस्म का धोखा नहीं करेगा." वह कहती हैं, "हमारे पास क़रीब 15 गायें हैं और उनमें से एक, कार्थिका, ने एक बछिया को जन्म दिया था. बाद में जंगल में चरते हुए उस बछिया को मेरी पड़ोसन ने चुरा लिया."
अदालत ने गाय का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया ताकि उसका मिलान उसकी माँ के डीएनए से किया जा सके. गीता को उम्मीद है कि परिणाम उनके हक़ में ही आएंगे. वह कहती हैं कि आरोपी महिला डीएनए टेस्ट को रोकने की कोशिश कर रही है और जांच अधिकारी को बदलने की मांग कर रही है.
केरल के दक्षिणी हिस्से में ज़्यादातर परिवार पेशे से किसान हैं और अपनी जीविका पशुपालन से कमाते हैं. गीता कहती हैं, "अपने जीवन में मैंने कभी भी जानवरों के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि भगवान कभी भी मेरे साथ किसी किस्म का धोखा नहीं करेगा."
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है कि गाय के ख़ून के नमूनों को राजधानी तिरुअनंतपुरम के एक शोध संस्थान राजीव गांधी सेंटर फ़ॉर बायोटेक्नोलॉजी में भेज दिया गया है और नतीजों की प्रतीक्षा की जा रही है.
मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर जी राजू ने कहा, "इस मामले की जांच चल रही है और हम डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं."
पुलिस जिसे 'विरला मामला' बता रही वह तब शुरू हुआ था जब गीता नाम की महिला ने अदालत में एक याचिका दायर कर अपनी पड़ोसन शशिलेखा पर गाय चोरी का आरोप लगाया था.
विश्वास
"अपने जीवन में मैंने कभी भी जानवरों के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि भगवान कभी भी मेरे साथ किसी किस्म का धोखा नहीं करेगा." वह कहती हैं, "हमारे पास क़रीब 15 गायें हैं और उनमें से एक, कार्थिका, ने एक बछिया को जन्म दिया था. बाद में जंगल में चरते हुए उस बछिया को मेरी पड़ोसन ने चुरा लिया."
अदालत ने गाय का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया ताकि उसका मिलान उसकी माँ के डीएनए से किया जा सके. गीता को उम्मीद है कि परिणाम उनके हक़ में ही आएंगे. वह कहती हैं कि आरोपी महिला डीएनए टेस्ट को रोकने की कोशिश कर रही है और जांच अधिकारी को बदलने की मांग कर रही है.
केरल के दक्षिणी हिस्से में ज़्यादातर परिवार पेशे से किसान हैं और अपनी जीविका पशुपालन से कमाते हैं. गीता कहती हैं, "अपने जीवन में मैंने कभी भी जानवरों के साथ बुरा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि भगवान कभी भी मेरे साथ किसी किस्म का धोखा नहीं करेगा."
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