भारत, केन्द्र सरकारमा पुर्व मन्त्री समेत भइसकेका (रेल) लालुप्रसाद यादव बिहार र समग्र भारतका प्रख्यात नेता हुन । राष्ट्रिय जनता दलका अध्यक्षसमेत रहेका लालु अरु नेता भन्दा यसकारण चर्चित रहेका छन कि उनको ठट्यौली स्वभाव छ । ठटयौली स्वभावले गर्दा लालु कहिल्यै गुमनाम पनि हुदैनन् । लालुजीको ठटयौली कलाका धेरै फयान छन, जहाँ जहाँ लालु जान्छन, त्यहाँ त्यहाँ रमाईलो हुन्छ, यो कुरा उनलाई जान्ने सबैलाई थाहा छ । भारतीय नेता लालुको बारेमा एउटा भनाई कुनै जमानामा निकै चर्चित उक्ती थियो र अझै पनि छ । त्यो हो – ‘जब तक रहेगा समोसा मे आलु, तब तक रहेगा बिहार मे लालु ।’ तर, करिब तीन दशकसम्म लोकसभामा सदस्य रहेका लालुको सो भनाईलाई नितिश कुमारले आधा दशक अघि भने खारेज गरि दिए । बिहारमा लालुलाई हराउँदै नितिश मुख्य मन्त्री भए, अहिले बिहारमा नितिश कै सरकार छ । केही समय अघि भ्रष्टचार काण्डमा लालु जेल पनि गए र अहिले मुक्त भएका छन । अहिले भारतमा नरेन्द्र मोदीको जगजगी छ, तर उनै लालु भने मोदीलाई देखि सहदैन । टेलिभिजन होस वा पत्रपत्रिका, जताततैवाट लालु एकोहोरो मोदीलाई प्रहार गरिरहन्छन । हिजो पनि ‘आजतक अजेन्डा’ मार्फत लालुले मोदीको धुलो चटाउने काम गरे । लालुको तर्क छ, मोदी भन्ने नेता ढोंगी हो, मोदी बोल्छन मात्रै काम गर्दैनन । जस्तो कि उनले मोदीका बारेमा टिवट गर्दै यसो भनेका छन– 'कितनों को उल्लू बनायेगा जी ? हरियाणा गए, बोला नं-1
बनाएंगे, महाराष्ट्र गए बोला नं-1 बनाएंगे, झारखण्ड गए बोला नं-1 बनाएंगे, युपी मे में बोला नं 1 बनाएंगे, मोदी को एक के बाद की गिनती भी नहीं आती, हर राज्य में जाकर कहते है इसको
भी नं-1 बनाएंगे। भूल जाते है नं-1 तो एक ही होता है 1 से 100 तक में. मोदीबारे लालुको थप टिप्पणी र तर्क पढन चाहनेलाई उनको फेसबुक र टिवटरवाट साभार गरेर यो ब्लगमा साभार गरिएको छ ।
टिवटरमा मोदीवारे लालुको यस्तो टिप्पणी आएको छः
1- अरे भईया...काम की भी बात कर लो, बहुत हो चुकी मन की बात
2- मोदी को एक के बाद की गिनती भी नहीं आती, हर राज्य में जाकर कहते है इसको भी नं-1 बनाएंगे। भूल जाते है नं-1 तो एक ही होता है 1 से 100 तक में
3- हमारे बाप-दादा बोलते थे कि बेटा शिकारी आएगा,जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, मगर लोभ से उसमें फंसना नहीं। लेकिन पूरा देश शिकारी के जाल में फंस गया
4- मोदीसाहब विदेशी दौरों/रैलियों से फुर्सत मिलेतो विश्लेषण करना, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतें कितनी घटी है और देश में डीजल की कितनी
5. जब चीन के सैनिक हमारी सीमा में घुसे हुये थे तब पीएम साबरमती में चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूल रहे थे।
6. एक था चायवाला?गरीब चायवालों की भावनाओं को बेचने के सिवाय उसने किया क्या? चायवालों केलिए किया गया कोई एक ठोस काम बताओ? सिर्फ भावनाओं से खिलवाड़
7. कितनों को उल्लू बनायेगा,जी?हरियाणा गए,बोला नं-1 बनाएंगे,महाराष्ट्र गए बोला नं-1 बनाएंगे,झारखण्ड गए बोला नं-1 बनाएंगे,JK में बोला नं1 बनाएंगे
8. मैला साफ़ करने व सफाई का जो काम हमारे प्यारे दलित भाई करते है उसका भाजपाई लोग 1% भी करके दिखा दे तो हम जाने | हर जगह दिखावा व प्रचार
9. जिसे सफाई करनी होती है, वह पब्लिसिटी का सहारा नहीं लेता है। अगर इन लोगों को सच में सफाई करनी है है तो गाँव में जाकर पखाना साफ़ करें
10. मोदी का स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ फोटो खिंचवाने का जरिया है। वो खुद ही कूड़ा फैलाते हैं फिर फोटो खिचवाने के लिए सफाई करने का नाटक करते हैं।
11. सब नौजवान अपने मम्मी पापा को बोलने लगे,माई-बाप मोदी को वोट देना,हमें नौकरी देगा,15 लाख हरेक के खाते में डलवाएगा| नौकरी तो 1 साल तक बंद
2- मोदी को एक के बाद की गिनती भी नहीं आती, हर राज्य में जाकर कहते है इसको भी नं-1 बनाएंगे। भूल जाते है नं-1 तो एक ही होता है 1 से 100 तक में
3- हमारे बाप-दादा बोलते थे कि बेटा शिकारी आएगा,जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, मगर लोभ से उसमें फंसना नहीं। लेकिन पूरा देश शिकारी के जाल में फंस गया
4- मोदीसाहब विदेशी दौरों/रैलियों से फुर्सत मिलेतो विश्लेषण करना, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतें कितनी घटी है और देश में डीजल की कितनी
5. जब चीन के सैनिक हमारी सीमा में घुसे हुये थे तब पीएम साबरमती में चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूल रहे थे।
6. एक था चायवाला?गरीब चायवालों की भावनाओं को बेचने के सिवाय उसने किया क्या? चायवालों केलिए किया गया कोई एक ठोस काम बताओ? सिर्फ भावनाओं से खिलवाड़
7. कितनों को उल्लू बनायेगा,जी?हरियाणा गए,बोला नं-1 बनाएंगे,महाराष्ट्र गए बोला नं-1 बनाएंगे,झारखण्ड गए बोला नं-1 बनाएंगे,JK में बोला नं1 बनाएंगे
8. मैला साफ़ करने व सफाई का जो काम हमारे प्यारे दलित भाई करते है उसका भाजपाई लोग 1% भी करके दिखा दे तो हम जाने | हर जगह दिखावा व प्रचार
9. जिसे सफाई करनी होती है, वह पब्लिसिटी का सहारा नहीं लेता है। अगर इन लोगों को सच में सफाई करनी है है तो गाँव में जाकर पखाना साफ़ करें
10. मोदी का स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ फोटो खिंचवाने का जरिया है। वो खुद ही कूड़ा फैलाते हैं फिर फोटो खिचवाने के लिए सफाई करने का नाटक करते हैं।
11. सब नौजवान अपने मम्मी पापा को बोलने लगे,माई-बाप मोदी को वोट देना,हमें नौकरी देगा,15 लाख हरेक के खाते में डलवाएगा| नौकरी तो 1 साल तक बंद
भारतीय प्रधानमन्त्री मोदी, जसको लालु हरेक दिन उछित्तो काट्छन् |
फेसबुकमा मोदीवारे लालुको यस्तो टिप्पणी आएको छ:
- बचपन में हमारे बाप-दादा बोलते थे कि बेटा शिकारी आएगा,जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, मगर लोभ से उसमें फंसना नहीं। लेकिन पूरा देश शिकारी के जाल में फंस गया। पूंजीपतियों के दम पर बड़ी चालाकी से मोदी प्रधानमंत्री बन गए । नरेंद्र मोदी की कथनी और करनी में ज़मीन-आसमां का अंतर है । ये तो बस विदेशी दौरों और चुनावी रैलियों में व्यस्त है देश की कोई फ़िक्र नहीं है, पाकिस्तान हमारे जवानों पर गोले बरसा रहा है और उधर मोदी नेपाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से हँसी ठिठोली में व्यस्त है, ईधर साबरमती में चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूलता है तो उधर चीन हमारी सीमा में घुस कर हमें ही आँख दिखा रहा है ।
मोदी ने सत्ता मिलते ही काला धन लाकर भारतीयों के खाते में 15-15 लाख रुपये लाने की बात कही थी, लेकिन 15 पैसे भी जनता को नहीं मिले़,ऊपर से इनके मंत्री सँसद में कहते है हमने कब कहा था की हम काला धन लायेंगे। देश को अमेरिका के हाथों बेच दिया है ।FDI के नाम पर रेलवे से लेकर डिफेंस तक को विदेशियों के हाथ में बेचने की तैयारियाँ चल रही हैं। प्रधानमंत्री अपने दफ्तर में बैठ कर इसका विश्लेषण क्यों नहीं करते की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतें कितनी घटी है और देश में डीजल की कितनी ? क्योंकि अगर ये करने में प्रधानमंत्री लग गए तो इनके चुनावी प्रचार में मदद करने वाले पूँजीपतियों के खर्च की भरपाई कैसे होगी। उनको अरबों-खरबों का फायदा जो पहुँचाना है। लोकसभा चुनाव के वक्त पूरे भारत में पूंजीपतियों के सहयोग से हवा बनाई गई,प्रचार की सारी हदें पार की गई।
भाजपा व आरएसएस खोरहा रोग है.इसे हमें मिलकर दूर करना है.रोग को दूर करने का उपाय हमें मालूम है| सरकार की हर अभियान व योजना के नाम पर देश को गुमराह किया जा रहा है | देश को ठगने के बाद अब मोदी झारखंड को ठगने आये हैं. इसलिए सावधान रहने की जरूरत है
भाजपा एवं नरेंद्र मोदी का एक ही नारा है,"बोलो बम़-तोलो कम़"। धरातल पर कुछ करना नहीं, बस समाज में वैमन्यस्य और भाईचारा तोड़ने के हथकंडे अपना कर लोगों में आपसी द्वेष पैदा कर वोट की खेती करना ही इनका मुख्य एजेंडा है।
प्रधानमंत्री मोदी को तो एक के बाद की गिनती भी नहीं आती, हर राज्य में जाकर कहते है इसको भी नं-1 बनाएंगे उसको भी नं-1 बनाएंगे। भूल जाते है नं-1 तो एक ही होता है 1 से 100 तक में । जिन युवाओं ने प्रचार से दिग्भर्मित होकर इनको वोट किया था अब वो इनसे हर रोज का हिसाब-किताब मांगे । हम आपके संघर्ष में सदा आपके साथ खड़े रहेंगे।
जय हिन्द
- बचपन में हमारे बाप-दादा बोलते थे कि बेटा शिकारी आएगा,जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, मगर लोभ से उसमें फंसना नहीं। लेकिन पूरा देश शिकारी के जाल में फंस गया। पूंजीपतियों के दम पर बड़ी चालाकी से मोदी प्रधानमंत्री बन गए । नरेंद्र मोदी की कथनी और करनी में ज़मीन-आसमां का अंतर है । ये तो बस विदेशी दौरों और चुनावी रैलियों में व्यस्त है देश की कोई फ़िक्र नहीं है, पाकिस्तान हमारे जवानों पर गोले बरसा रहा है और उधर मोदी नेपाल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से हँसी ठिठोली में व्यस्त है, ईधर साबरमती में चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूलता है तो उधर चीन हमारी सीमा में घुस कर हमें ही आँख दिखा रहा है ।
मोदी ने सत्ता मिलते ही काला धन लाकर भारतीयों के खाते में 15-15 लाख रुपये लाने की बात कही थी, लेकिन 15 पैसे भी जनता को नहीं मिले़,ऊपर से इनके मंत्री सँसद में कहते है हमने कब कहा था की हम काला धन लायेंगे। देश को अमेरिका के हाथों बेच दिया है ।FDI के नाम पर रेलवे से लेकर डिफेंस तक को विदेशियों के हाथ में बेचने की तैयारियाँ चल रही हैं। प्रधानमंत्री अपने दफ्तर में बैठ कर इसका विश्लेषण क्यों नहीं करते की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड की कीमतें कितनी घटी है और देश में डीजल की कितनी ? क्योंकि अगर ये करने में प्रधानमंत्री लग गए तो इनके चुनावी प्रचार में मदद करने वाले पूँजीपतियों के खर्च की भरपाई कैसे होगी। उनको अरबों-खरबों का फायदा जो पहुँचाना है। लोकसभा चुनाव के वक्त पूरे भारत में पूंजीपतियों के सहयोग से हवा बनाई गई,प्रचार की सारी हदें पार की गई।
भाजपा व आरएसएस खोरहा रोग है.इसे हमें मिलकर दूर करना है.रोग को दूर करने का उपाय हमें मालूम है| सरकार की हर अभियान व योजना के नाम पर देश को गुमराह किया जा रहा है | देश को ठगने के बाद अब मोदी झारखंड को ठगने आये हैं. इसलिए सावधान रहने की जरूरत है
भाजपा एवं नरेंद्र मोदी का एक ही नारा है,"बोलो बम़-तोलो कम़"। धरातल पर कुछ करना नहीं, बस समाज में वैमन्यस्य और भाईचारा तोड़ने के हथकंडे अपना कर लोगों में आपसी द्वेष पैदा कर वोट की खेती करना ही इनका मुख्य एजेंडा है।
प्रधानमंत्री मोदी को तो एक के बाद की गिनती भी नहीं आती, हर राज्य में जाकर कहते है इसको भी नं-1 बनाएंगे उसको भी नं-1 बनाएंगे। भूल जाते है नं-1 तो एक ही होता है 1 से 100 तक में । जिन युवाओं ने प्रचार से दिग्भर्मित होकर इनको वोट किया था अब वो इनसे हर रोज का हिसाब-किताब मांगे । हम आपके संघर्ष में सदा आपके साथ खड़े रहेंगे।
जय हिन्द
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- कल एजेंडा आजतक के कार्यक्रम में 'मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी' मुद्दे पर बोलते हुए मैंने काफी बातों को आप लोगों के समक्ष उठाया।यहाँ आप के साथ साँझा कर रहा हूँ ।
लोगों को लुभावने सपने दिखाकर भाजपा सत्ता में आई है, लेकिन अपने सभी वादों में विफल साबित होती दिख रही है। अपनी विफलता को भाँप अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार धर्मांतरण जैसे मुद्दे को तूल पकड़ा रही है। जोर की आंधी में कागज का टुकड़ा भी उड़ता है लेकिन जब हवा निकल जाती है तो कूड़ा कचड़ा जमीन पर गिर जाता है। ये इन लोगों के साथ होना है,जब हवा निकलेगी तो इनको पता भी नहीं चलेगा कि ये बनावटी हवा का गुब्बारा कहाँ से पंक्चर हुआ ?? पिछले लोकसभा के चुनाव में लोग भाजपा के बहकावे में आ गए, लेकिन उन्हे अब पता चल रहा है मोदी सरकार से कुछ होना जाना नहीं है और झांसा देकर चुनाव जीत गए । देश की दशा खराब है और सरकार की दिशा का तो पता ही नहीं ।इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं करना चाहिए।
बीजेपी सरकार के आने से देश में तनाव है, लोगों को डराया जा रहा है ये लोग खुद ही बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं । बीजेपी वाले अल्पसंख्यकों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। 14 के दंगल के बाद मैंने कहा था भारत टूटेगा या बचेगा. अब देख लीजिए क्या हो रहा है। मोदी दिखावटी योजनाओं से अहम मुद्दों को डायवर्ट कर रहे हैं,ये "Make in India" से होना कुछ नहीं है.जहां अमन नहीं है शांति नहीं है वहां समृद्धि नहीं हो सकती. फिर कैसा "Make in India"?? आप लोगों को ठग रहे हैं। मोदी अपने घोषणा पत्र के वायदे पुरे ना करके फालतू का झाड़ू लोगों को थमा रहे है.स्मृति ईरानी भी बुहार रही हैं सास भी कभी बहू थी.लोग सब जान रहे हैं । गुजरात से एक टीम आई है जो यह देख रही हैं कि कौन मंत्री किससे मिल रहा है। मोदी के किसी मंत्री का कोई वैल्यू है.हर डिपार्टमेंट में आरएसएस को बैठा दिया.इन देश तोड़ने और नफरत फैलाने वालों को राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार मिल गया है।
बीजेपी वालों ने कहा था कि लालू यादव का साढ़े 29 हजार करोड़ रुपये काला धन विदेश में जमा है. पूछिए कहां है? चुनौती देता हूँ दम है तो लाओ? इन महाझूठे लोगों का क्या किया जाए ? काला धन लाने की बात करने वाले लोग अब डायवर्ट कर रहे हैं. झाड़ू पकड़ा रहे हैं. ये सब क्या हो रहा है. कह रहे हैं कि काला धन कितना है, नहीं मालूम. लेकिन लाएंगे जरूर, वो बाबा रामदेव कहीं छिप गए है पता चल गया ये मोदी काला धन नहीं ला पायेगा।
मोदी पर मीडिया ने "Too Much" कर दिया है. मीडिया तो ऐसे पेश कर रहा था जैसे ओबामा मोदी से मिलने के लिए पागल हो रहे थे'. ब्रीफिंग करते हैं कि ओबामा लालायित है. बोल दिया "केम छो".. मोदी गदगद । ये क्या हो रहा है? सब नैतिकता और सिद्दांत खत्म हो रहे है । अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ प्रधानमंत्री मोदी दुनिया में आतंक के खिलाफ लड़ाई की बात करते हैं. लेकिन सीमा पर हमारा सैनिक शहीद होता है. क्या अमेरिका से कोई आया हमारी सीमा पर लड़ने ?? मीडिया पक्षपात करता है मोदी को ही दिखाते है। हम लोग जब सामाजिक न्याय,गैर बराबरी,असमानता,पिछड़े,दलित का सवाल उठाते हैं,तो मीडिया दिखाता है 'थ्री यादव',यादव त्रिमूर्ति । मीडिया को हम लोग पसंद नहीं क्योंकि हम उनके अनुरूप बात नहीं करते ।
जनता परिवार के सभी साथी दलों के आपस में ही लड़ने के सवाल पर हमने ठोंक के कहा कि हम तो आपस में लड़ते रहे हैं और लड़ेंगे. लेकिन इनको नहीं रहने देंगे. बिहार का ही देखिए, हमारे वोट और नीतीश के वोट मिला लिए जाएं,यूपी में मुलायम मायावती को जोड़ दीजिए तो बीजेपी कहीं नहीं है.हम समाजवादियों का करैक्टर ही अलग किस्म का है हम लड़ते भी है और लड़ते है तो धुर विरोधियों की पटका पटकी भी खूब करते है। अब हम एक जुट हो रहे हैं और इस प्रक्रिया को पूरी करने की जिम्मेदारी मुलायम सिंह यादव को सौंपी गयी है।
आप लोग सावधान रहिये,इनके झाँसे में ना आये, अपने लोगों को एकजुट करिये ।
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